Incest Desi Sex Story : पापा का इलाज [, And ] (Incest , Erotica, Romance Special)
अगले दिन सुबह वर्षा ने उठते ही अपना दूध निकाल लिया। वो कल रात वाली गलती नहीं दोहराना चाहती थी। दोबारा वो अनुराग के कमरे में चाय का प्याला लेकर गई। जब वो उसके कमरे में पहुंची तो अनुराग अब भी सो रहे थे। पर रात वाली घटना कि वजह से शायद वो कोई सपना देख रहे थे। सपना शायद चुदाई वाला था। क्योंकि जब वर्षा उनके कमरे में पहुंची तो देखि कि अनुराग करवट लिए हुए है और पांव के सहारे के लिए जो तकिया रखा था उसको कमर हिलाकर चोद रहे थे। वर्षा ने जब ये देखा तो उसके कदम जहाँ थे वहीँ रुक गए। उसने अपने पिता का लंड पैजामे के अंदर से हिलते हुए देखा। ये देख उसे स्वयं कुछ होने लगा। उसकी चूत के अंदर लगा जैसे कुछ रेंग रहा हो। उसके हाथ कांपने लगे। कुछ ही समय में उसे होश आ गया। उस लगा कि अब उसके पिता का लंड पानी छोड़ देगा। उसके पश्चात वो निश्चय ही जग जायेंगे। उसने दबे पाँव पुनः पहुँचना ही उचित समझा। वो चाय का प्याला लिए पुनः आ गई।
पर उसके बाप कि हरकत ने उसके अंदर कि प्यास जगा दी थी। वो जल्दी से अपने कमरे में अटैच्ड बाथरूम में चली जाती है। उसने वहां अपनी नाइटी उतार दी और संग में पैंटी भी। उसने चूत में ऊँगली करना शुरुआत कर दिया।
उधर स्खलन के पश्चात सच में अनुराग कि नींद खुल गई। उन्होंने सपने को याद किया। सपने में वो वर्षा का दूध डायरेक्ट मुँह लगा कर पी रहे थे। दूध पिलाने के पश्चात सपना नेउन्को चोदने को कहा। और वो उस वहीँ पलंग पर चोदने लगे। अनुराग को सपना याद आते ही अपने उपरि धिक्कार सा हुआ। वो जल्दी उठकर अपने कपडे बदल लेते हैं। फ्रेश होकरबाहर् आये तो देखा वर्षा नहीं थी। पर किचन में चाय का कप रखा हुआ था। वो उस गर्म करने लगे।
उधर वर्षा अपने चूत में ऊँगली किये जा रही थी। वो महीनो से प्यासी ही थी। बल्कि बच्चा होने के पश्चात से उसके और उसके हस्बैंड के बीच सेक्स एकदम ना के बराबर होने लगा था। उस अपने पिता का लंड याद आने लगा। वो सोच रही थी कि स उम्र में भी उसके पिता का लंड कितना कड़क और लम्बा था। पता नहीं सपने वो किसको चोद रहे थे। उसके मन में आया कि काश वो उसकी प्यास ही बुझा रहे होते। ऐसा सोचते ही उसके मुँह से पापा पापा मुझे चोद दो निकला और संग ही वो स्खलित हो गई। होश आते ही उस अपने उपरि शर्म आई। उसने जल्दी अपने आपको साफ़ किया और पुनः से नाइटी पहन ली।
बाहर निकली तो उसे किचन में आवाज आई। उसने जल्दी ही किचन का रुख किया। उसे ख्याल आया कि अनुराग कि तबियत तो ठीक नहीं है। इसी जल्दीबाजी में वो पैंटी और ब्रा डाले बिना जल्दी ही नाइटी मेंबाहर् आ गई।
यही उसकी सबसे बड़ी गलती थी। वो जल्दी से किचन में गई और अपने पिता को कहा - अरे आप इधर क्या कर रहे हैं ?
अनुराग उसे देखते ही होश खो बैठा। बिना ब्रा के नाइटी में वर्षा के मुम्मे एकदम झूल रहे थे। चूँकि वो मास्टरबेट करके आई थी , उसके निप्पल भी एकदम टाइट थे। वो कुछ बोल ही नहीं पाया।
वर्षा - पापा , आप हटिये इधर से।
अनुराग - अरे मैं तो बस चाय गर्म कर रहा था। कोई प्रॉब्लम नहीं है। इतना तो कर ही सकता हूँ
वर्षा - बिलकुल नहीं। आपको डॉक्टर ने आराम करने को कहा है। आप बैठिये मैं चाय नाश्ता लेकर आती हूँ।
अनुराग चुप चाप धीरे-धीरे से जाकर डाइनिंग टेबल पर बैठ गए। ओपन किचन होने से वहां से वो वर्षा को पूरा देख सकता था। वर्षा जब काम कर रही थी तो उसके गांड एकदम फ्री होकर थिरक रहे थे। लग रहा था जैसे दो फुले हुए फूटबाल हिल रहे हों। वर्षा के बेटे को हुए दो वर्ष हो गए थे , उसने बहुत वेट काम किया था पर बदन पूरा मांसल था। अभी नाईट फॉल होने के पश्चात भी अनुराग का लंड दोबारा से सर उठा रहा था।
वर्षा ने काम करते करते पीछे देखा तो अनुराग उसकी तरफ ही घूर रहे थे। वर्षा को समझ आ गया था कि क्या हो रहा है। वर्षा को पहले तो स्वयं पर गुस्सा आया कि उसने अंडर गारमेंट्स क्यों नहीं डाले। दोबारा बाथरूम में पापा के नाम से कि हुई ऊँगली याद आ गई। उसका चेहरा लाल हो गया। वो दोबारा से गर्म होने लगी। उसे अब अपने पिता को रिझाने का मन करने लगा। उसके मन ने कहा कि थोड़ा ज्यादा फ़्लर्ट कर लेने से क्या हो जायेगा। मम्मी के मरने के पश्चात उसके पिता कितने अकेले हो गए हैं। हम सभी कि वजह से शादी भी नहीं कि। थोड़ा ज्यादा तो आनंद लेने का हक़ तो है उनका। और उस भी अपने पिता का ख्याल रखना चाहिए।
यही सभी सोचते सोचते वो ब्रेड सेंक रही थी। उसने अपने और अपने पिता दोनों के लिए चाय ब्रेड लिया और डाइनिंग टेबल पर आ गई।
उसने जैसे ही झुक कर प्लेट और कप रखा , उसके मुम्मे एकदम से लहरा कर अनुराग के सामने आ गए। नाइटी चेन वाली थी जो थोड़ा उपरि से खुल गई थी। उस वजह से उसके मुम्मों कि गहराइयाँ भी दिख रही थी। पर वर्षा स्वयं को ठीक करने कि कोशिश नहीं कर रही थी।
अनुराग का दिमाग चाय और ब्रेड पर कम था। वो वर्षा को चोरी छुपे नजरों से देख भी रहा था और मन ही मन यही सोच रहा था कि हो क्या रहा है। उसे समझ नहीं आ रहा था कि वर्षा ये सभी नादानी में अनजान बनते हुए कर रही है या जानबूझकर। आखिर वो भी खेली खाई स्त्री बन चुकी है। अपने पति से बहुत दिन से दूर है , क्या पता उसकी भी जरूरतें हों। इसी उधेड़बुन में वो नाश्ता कर रहा था। वर्षा अपना नाश्ता करीब ख़त्म कर चुकी थी।
तभी दरवाजे पर घंटी बजी। शायद लता आई थी।
अब वर्षा को अपनी स्थिति का एहसास हुआ। वो वर्षा के सामने ऐसे नहीं जाना चाहती थी। उसने धीरे-धीरे से अनुराग से कहा - पापा आप दरवाजा खोल देंगे क्या ?
अनुराग - तू खोल दे न।
वर्षा - अरे मैंइसे स्थिति में नहीं जाना चाहती।
अनुराग - कैसी स्थिति ?
वर्षा - अरे पापा आप भी न। मैं बिना अंडर गारमेंट्स के हूँ। ऐसे जाउंगी कि तो क्या सोचेंगी कि मैं आपके सामने ऐसे थी। समझो न। आप बोल देना मैं बाथरूम में हूँ।
अनुराग कुछ कह ही नहीं पाए और दरवाजा खोलने को उठ गए। वर्षा भाग कर कमरे में चली गई और अलमीरा से अपने कायदे निकाल लिए।
अनुराग ने दरवाजा खोला तो लता ने कहा - वर्षा कहाँ है ? तुमने दरवाजा क्यों खोला ?
अनुराग - अरे वो बाथरूम में है। मुझे पहुँचना पड़ा।
लता - ठीक है। चाय नाश्ता किया ?
अनुराग - हाँ। अभी करके ही उठा हूँ।
घंटी कि आवाज से वर्षा का बीटा भी उठ गया। लता ने उस गोद में उठा लिया और उसके लिए कुछ बनाने चली गई। उसने फ्रिज खोलकर देखा उसमे वर्षा का दूध था। तभी उस याद आया कि रात दूध देना तो वो भूल ही गई थी।
उसने पुछा - रात दूध लिया था ? मैं देना भूल गई थी।
अनुराग - हाँ वर्षा ने दे दिया था। वो अब बच्चे के संग खेलने लगा।
vah bahi. Kya nvaa or emotional topic nikala h.ptaa nahee aage kya plot socha h pr lata kaa iss story kai bhut bada role hnaa chaiye varsha k sath. great one bhay. Keep rocking
You are currently reading Incest Desi Sex Story on our website, desixxxstories.com. We regularly share and update similar sex stories
थोड़ी ही देर में वर्षा भी नहाकरबाहर् आ गई। उसनेएक पैंट और टी-शर्ट डाल लिया था। उस देखते ही उसका बेटा उसकी तरफ दौड़ पड़ा। उसने उसे गोद में बिठा लिया। लता भी तब तक उसके लिए कुछ खाने का लेकर आ गई थी। वर्षा उसे खिलाने लगी थी। अनुराग और लता वहीँ बैठ कर बातें करने लगे।
तभी वर्षा के बेटे ने दूध पीने कि जिद्द शुरुआत कर दी। वर्षा ने कहा - खाना खा तो रहा है।
लड़का - मम्मा दूधू
लता - अरे पीला दे न।
वर्षा - बुआ अब इसे दूध बंद करना चाहिए। सॉलिड खाये।
लता के मुँह से निकल गया - मम्मी के दूध पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं। उससे पौष्टिक कुछ भी नहीं होता।
वर्षा - वो तो ठीक है। पर यही पी जायेगा तो ~~
कहकर वो चुप हो गई।
लता समझ गई कि वर्षा क्या कहना चाह रही है। उसने कहा - तू इसे दूध पीला। इसका स्वस्थ रहना भी जरूरी है।
वर्षा ने लता से कहा - ठीक है। जरा दुपट्टा दो।
लता ने भी आस रखे दुपट्टा वर्षा को दे दिया। वर्षा ने दुपट्टा ओढ़ लिया और अपना टी-शर्ट उठा कर बच्चे को दूध पिलाने लगी। अनुराग गले से थूक गटकने लगा। वो लता से बात करते करते कनखियों से वर्षा को भी देख रहा था। वर्षा को ये पता था।
उसने तभी लता से कहा - बुआ पापा का दूध भी रखा है। सुबह से उन्होंने पिया नहीं है। आपउन्को भी दे दो।
लता - हा। सही कह रही है।
वो उठकर किचन में चली गई। वर्षा ने मुश्कुरा अपने पापा को देखा। अनुराग झेंप गया।
वो कमरे में जाने के लिए उठने लगा। तभी वर्षा ने कहा - यहीं पी लीजिये। पीकर चले जाइएगा।
अनुराग को लगा जैसे वो अपने स्तनों से स्वयं ही दूध पिलाएगी। उसके लंड में दोबारा से हलचल होने लगी।
लता ने दूध लाकर अनुराग को दिया, जिसे अनुराग धीरे-धीरे धीरे पीने लगा। अब उस भी आनंद आ रहा था । वर्षा और लता को ये नहीं पता था कि अनुराग को दूध का किस्सा मालूम पड़ गया है। कल रात तक तो अनुराग यही सोच रहा था कि लता से लड़ेगा और डाँटेगा कि ये सभी क्याहो रहा है। पर उसने सोचा जब वर्षा और लता को फर्क नहीं पड़ता तो वो क्यों सोचे। उसके स्वास्थ्य में फायदा तो था ही।
दूध पीकर वो अपने कमरे में चला गया। उसके जाते ही वर्षा ने दुपट्टा हटा दिया और बेटे से कहा - बस कर।
बेटा भी शराफत से उतर गया और खेलने लगा।
वर्षा और लता दोनों किचन में जाकर खाने कि तैयारी में लग गए।
उधर कमरे में अनुराग आँख बंद करके लेट गया। वो सारी बातें याद करने लगा। विचार में सोचने लगा कि वो वर्षा का दूध सीधे उसमे मुम्मो में मुँह लगा कर पी रहा है। वो वर्षा की लहराती मस्त गांड के बारे में भी सोचने लगा। सोचते सोचते उस कब नींद आ गई पता ही नहीं चला।
------------------------
लता की अनुभवी आंखो ने दोनों बाप बेटी के बर्ताव में हुए परिवर्तन को भांप लिया था। उसे सुबह जब देर से दरवाजा खुला तभी कुछ शक हुआ था। पर अभी जिस तरह से वर्षा अपने बाप के सामने बच्चे को दूध पीला रही थी उसका शक यकीन में बदल गया।
उसने किचन में वर्षा से कहा - कल रात मैं अनु के लिए दूध रखना भूल गई थी। तूने भी निकाला नहीं था।
वर्षा - हाँ बुआ , कल रात जब पापा ने दूध माँगा तो मुझे याद आया मैंने भी नहीं निकाला है। मैंनेउन्को इंतजार करने को कहा और भाग कर अपने कमरे में दूध निकाला।
लता -उन्को शक तो नहीं हुआ ?
वर्षा - कैसा शक?
लता - अरे कहने पर निकाला होगा। देर हुई होगी।
वर्षा - मैंने कुछ बहाना बना लिया था।
लता - हम्म्म। चल बढ़िया है। कल तेरे फूफा ने जल्दी बुला लिया तो जल्दीबाजी में मैं भूल गई।
वर्षा - फूफा जी का भी मन नहीं लगता आपके बिना। ज्यादा रातें अकेली काटीं हैं। अब पापा ठीक हैं तो बुला लेते हैं
लता - चुप कर। ज्यादा बोलती है। और ये बता तेरा कैसे चल रहा है। तू भी तो अपने पति से दूर है।
वर्षाइसे बात से दुखी हो गई। बोली - मेरी किस्मत आप जैसी कहाँ। प्रेग्नेंसी के टाइम से ही ये थोड़ा दूर चले गए। अब तो बेटू के होने के पश्चात से अलग ही सोते हैं। कहते हैं सोने नहीं देता।
लता ने उसे बाहों में भर लिया - ओह्ह। सबा मरद ऐसे ही होते हैं। कुछ ही हैं जो प्रेग्नेंसी में संग देते हैं। कुछ हम औरतों की मज़बूरी भी होती है। मुझे भी दिक्कत हुई थी पर पश्चात में मैंने लटके झटके दिखा पुनः काबू में किया था। चिंता न कर तू भी संभल लेगी। तब तक अपना हाथ जगन्नाथ। क्यों
वर्षा - क्या बुआ आप भी। अपना हाथ~~
लता ने उसे अपने से अलग किया और घूरते हुए बोली - क्यों , ऊँगली है न ?
वर्षा - मुझसे न हो पाता।
लता - सच में ?
वर्षा - हाँ
लता - क्या रे पगली। बढ़िया रुकएक दिन सुधिया को संग लेकर आउंगी।
वर्षा - सुधिया कौन ?
लता - अरेएक है मेरी मालिश वाली। ऐसा मालिश करती है की तन मन सभी हरा हो जाता है।
वर्षा हँसते हुए - आपको उसकी क्या जरूरत। आपकी मालिश फूफा ही कर देते होंगे।
लता - उसकी बात ही अलग है। नैना भी जब ज्यादा थक जाती है करवा लेती है।
वर्षा - नैना भी ? मुझे तो लगा था उसका कोई बॉयफ्रेंड होगा।
लता - नहीं रे। कोई नहीं है। मैंने खूब कोशिश कि पता लगाने की पर नहीं पता चला कुछ।
वर्षा - कहीं कोई गर्लफ्रेंड तो नहीं है।
लता - नहीं। मैंने खुल कर ये भी पूछ लिया।
वर्षा - हम्म कोई बात नहीं। हो सकता है कोई मन का न मिला हो।
लता - हम्म्म
तभी वर्षा का बेटा वहां आ गया और लता उसके संग खेलने लग गई।
agni lag chuki h dekhna yeh h is agni mai jalne aur jalane kaa pehla haq beti ko milta h ya behan lata ko, pahle baazi kaun marta h, . Mast update.
You are currently reading Incest Desi Sex Story on our website, desixxxstories.com. We regularly share and update similar sex stories
थोड़ी देर पश्चात लता अनुराग के कमरे में गई। उसे उसके पैरों और बदन की मालिश करनी थी। अनुराग ने कई बार कहा की किसी और को बुला लें पर लता अपने भाई से इतना प्रेम करती थी की वो सभी स्वयं ही करना चाहती थी। ख़ास कर सुलेखा के जाने के पश्चात लता ने अनुराग का ख्यालएक छोटे बच्चे की तरह ही किया था। पर आज वो नजरे और जज्बातों थोड़े बदल से गए थे। वर्षा और अनुराग के बीच कुछ है ये सोचकर लता अंदर से मचल उठी थी। पता नहीं क्यों उसे उन दोनों का खेल बुरा नहीं लगा। बल्कि वो स्वयं भी उस खेल में शामिल होने को सोचने लगी।
आज उसे एहसास हुआ की अनुराग कितना तन्हा है। सुलेखा के प्रेम में दूसरी शादी भी नहीं की। और कोई होता तो अब तक रंडीबाजी ही शुरुआत कर दिया होता। पर लता को पता था उसका भाई कितना शरीफ है।बाहर् वो कहीं मुँह नहीं मार सकता। अनुराग केइसे बर्ताव का पूरा समाज तारीफ करता था। पर आज वही अनुराग अपने घर के औरतों की तरफ मोहित हो गया था। ख़ास कर स्वयं ही अपनी बेटी की ओर। हो भी क्यों न , अनुराग को दोनों बेटियां अपनी मम्मी पर गई थीं। दोनों सुलेखा की तरह सुन्दर और भरे पुरे बदन वाली थी।
यही सभी सोचते हुए लता अनुराग के कमरे में पहुंची।
उसने अनुराग को जगाया और कहा - चल तेरी मालिश कर दू।
अनु - रहने दो दीदी। वैसे भी
वर्षा - नाटक मत क। चल चेयर पर बैठ जा।
वो स्वयं चेयर के पास निचे जमीन पर बैठ गई। उसने आज अपनी साडी कमर परइसे तरह से बाँध ली थी जिससे उसके दोनों मुम्मे और उनके बीच की घाटियां ब्लाउज से दिखे। उसने अपनी साडी भी घुटनो तक कर ली थी। अनुराग कुर्सी पर बैठ गया। लता केइसे रूप को देख उसके मन में हलचल होने लगी। ऐसा नहीं था की लता को वो ऐसे पहली बार देख रहा था। या लताइसे तरह से पहली बार मालिश करने जा रही हो। पर कल रात से अनुराग का मन बदल गया था। सुलेखा को प्रेम करने वाला अनुराग जिसने किसी और स्त्री के जिस्म की तरफ नजर भीनही डाली थी , आज चोरी चोरी नजरे डाल रहा था। सिर्फ इतना ही नहीं था। ये हलचल उसके मन के अलावा तन में भी थी। जो आग उसने अपने मन में दबा राखी थी उसे उसकी सगी बेटी ने भड़का दिया था। सिर्फ बेटी ही नहीं , अब यही आग उसकी सगी बड़ी बहन भी लगा रही थी।
लता ने अनुराग की लुंगी घुटनो तक करकेएक पांव पर मालिश शुरुआत कर दी। दुसरे में वैसे भी प्लास्टर लगा था। जब तक वो पैरों की मालिश कर रही थी , अनुराग को उसके मुम्मे ब्लाउज के उपरि से ही दीखते रहे। अनुराग के लुंगी के अंदर टेंट बनने लगा था जिसे लता पूरी तरह भांप ले रही थी। कुछ देर पश्चात लता ने कहा - चल बनियान उठा पीठ और कंधे पर भी तेल लगा दू।
अनुराग ने बनियान उतार दिया। लता खड़ी होकर कुर्सी के पीछे से उसके कंधो और पीठ की मालिश करने लगी।इसे दौरान उसके मुम्मे अनुराग के बदन से कई बार टच हुए। ऐसा पहले भी होता था पर कम और अनुराग पर उसका असर नहीं होता था। पर आज लता ने कई बार अपने बदन को अनुराग से टच कराया और हरएक टच अनुराग के लंड में झटके दिला देता।
कुछ देर मालिश के पश्चात लता बोली - जा अब तू नहा ले। प्लास्टर वाले पांव बचा कर रखना। पन्नी चढ़ा कर नहाना।
कह कर लताबाहर् चली गई। उसके जाते ही अनुराग ने राहत की साँस ली। वो जल्दी से बाथरूम में घुस गया। उसने अपनी लुंगी उतार दी। उसका लंड फनफना करबाहर् आ गया। अनुराग का हाथ अपने आप ही उस पर पहुँच गया। अनुराग अपने आप को रोक नहीं पाया। उसने अपनी बहन और बेटी के नाम पर मुठ मारना शुरुआत कर दिया। मुठ मारने के पश्चात वो नहाकरबाहर् आया तो देखा वर्षा अपने बेटे के संग खेलते हुए टीवी देख रही है और लता शायद नहाने गई थी। लता की चूत अपनी ही हरकतों से पनिया गई थी। उसे दोबारा भी और ऊँगली करनी थी।
You are currently reading Incest Desi Sex Story on our website, desixxxstories.com. We regularly share and update similar sex stories
Read मेरी माँ, बहने और उनका परिवार and many exciting incest sex story on Desi Sex Stories. Read on desixxxstories.com.
2.6M 6.3k 29 2 weeks agoबेटे की फैंटसी - Hot incest sex story sex story in hindi. Best collection of Indian sex stories on Desi Sex Stories.
491k 7k 39 2 weeks agoReading incest sex story stories! Kachi kali gudiya is available on desixxxstories.com - powered by Desi Sex Stories.
42.5k 2.2k 1 5 months agomummy kaa Raseeli bur is read today on Desi Sex Stories. Best website for Indian incest sex story!
50.9k 1.1k 2 5 months agoRead छिनाल बहुरिया and explore thousands of incest sex story stories on Desi Sex Stories. Visit desixxxstories.com today.
178.7k 7.9k 9 2 weeks agoEnjoy reading जीवन के रंग, a erotica sex story sex story in hindi. Desi Sex Stories has the best collection.
96.3k 8.1k 0 1 week agoRead Summer Vacation ("XF Exclusive") (Full Story) (incest special) and many exciting incest sex story on Desi Sex Stories. Read on desixxxstories.com.
582.1k 7.6k 11 5 months agoRead fantasy sex story stories! Read UNCAGED (BEWARE THE BEAST WITHIN) on Desi Sex Stories - only at desixxxstories.com.
74.5k 7.1k 42 6 months agoRead Aakhiri raah full story at desixxxstories.com. Most Popular India sex stories in hindi incest sex story.
72.1k 7.7k 1 5 months agoNaina - नैना is read today on Desi Sex Stories. Best website for Indian rajSharma sex story!
67.8k 6.8k 0 1 day agoHindi/urdu sex stories of prem h tm say! available on desixxxstories.com. Desi Sex Stories is most viewed by Indian sex story of incest sex story.
275.3k 4.1k 17 5 months agoHot incest sex story story: Gaon mai parivaarik rishta. Read full hindi sex stories with images on desixxxstories.com.
161.6k 6.1k 1 5 months agoEk sexy mummy 4 bete in hindi on desixxxstories.com. Enjoy the best sex stories in hindi with gif incest sex story stories on Desi Sex Stories.
160.9k 2.6k 3 5 months agoRead खाला और अम्मी की चुदाई (Full Story) and explore thousands of incest sex story stories on Desi Sex Stories. Visit desixxxstories.com today.
247k 9.7k 1 5 months agoRead mummi ke hiltay chuttar and explore thousands of incest sex story stories on Desi Sex Stories. Visit desixxxstories.com today.
252.9k 2.8k 3 5 months agokaran kee family, Ek anupam Safar is read today on Desi Sex Stories. Best website for Indian incest sex story!
2.7M 5.4k 24 2 weeks agomene apne friend kee Kaamuk ammie ko choda sath mein Maa(माँ) ko bi (saga) (incest, adultery special) sexy story at desixxxstories.com. Desi Sex Stories brings you the best indian adultery sex story.
2.6M 9.7k 25 5 months agoRead incest sex story stories! Read Afsana e chudayi on Desi Sex Stories - only at desixxxstories.com.
501.2k 9k 3 5 months agoRead खूनी रिश्तों में प्रेम (incest special) on Desi Sex Stories. India sex story huge collection of Hindi/urdu rajSharma sex story.
387k 7.7k 0 20 hours agoRead durd say aashiqui and explore thousands of incest sex story stories on Desi Sex Stories. Visit desixxxstories.com today.
45.9k 4.8k 2 5 months agoEnjoyed it? Please Give it a rating!
Welcome to desixxxstories.com - a place where you'll find a huge collection of Indian Desi sex stories in Hindi and Urdu, along with hot GIF pics. Whether you're into romantic mom son fantacy, wild sex stories, or real incest stories. We keep regular updates, so you'll always find new sex stories to enjoy. Desi Sex Stories is the grate source of all type incest stories to read without any interruptions.
Copyright © Desi XXX Stories com.
The content available on Desi XXX Stories may contain pornographic materials.
Desi XXX Stories is strictly limited to those over 18 or of legal age in your jurisdiction, whichever is greater.
One of our core goals is to help parents restrict access to Desi XXX Stories for minors, so we have ensured that Desi XXX Stories is, and remains, fully compliant with the RTA (Restricted to Adults) code. This means that all access to the site can be blocked by simple parental control tools.
To enter Desi XXX Stories you must be 18 or older
मेरी माँ, बहने और(aur) उनका परिवार is story per bhi update dijiyeReason bhai is story pedne se acha lagta hai or tension kam hoti hai
bhay, hope aapne dekha hoga kee mene ek or nayee kahani shuru kee h.hope ap us pr bi nazar daaloge!! Will wait for your comments. Ek number
Baap k ilaaz k bahane sari aurte sbhi mardo say chudi. writer k sbhi kahaniyan aisi hi h start ek say hotha h bad mai sbhi stri mard shamil karke randikhana bnaa deta h. phir sari excitement khtm.ek male kaafi thaa yrr