The Rajsharma Sex Story of जलती चट्टान/गुलशन नंदा (Romance Special)
‘पदवी तो बड़ी है भैया, परंतु आयु छोटी।’
और दोनों जोर-जोर से हँसने लगे। कुंदन हँसी रोककर बोला-‘क्यों राजन आज की रात भी स्वर्ग की सीढ़ियों पर बीतेगी?’
‘आशा तो यही है।’
‘देखो. कहीं आराधना करते-करते देवता बन बैठे तो हम गरीब इंसानों को न भुला देना।’ वह मुस्कुराता हुआ फाटक की ओर बढ़ गया। राजन अपने काम की ओर लपका और दोबारा से कोयले की थैलियों को नीचे भेजना आरंभ कर दिया।
आखिर छुट्टी की घंटी हुई। प्रतिदिन की तरह माधो से छुट्टी पाकर राजन सीधा कुंदन के इधर पहुँचा। कपड़े बदलकर होटल का रास्ता लिया। उसने अपने भोजन का प्रबंध वहाँ के सराय के होटल में कर लिया था। वहाँ उसके कई मित्र भी भोजन करते थे।
आज वह टाइमसे पहले ही मंदिर पहुँच गया और सीढ़ियों पर बैठा उस पुजारिन की राह देखने लगा। आराधना का टाइमहोते ही मंदिर की घंटियाँ बजने लगीं। हर छोटी-से-छोटी आहट पर राजन के कान सतर्क हो उठते थे। परंतु उसके दिल में बसने वाली वह पुजारिन लौटकर न आई! न आई!!
पर उस मन का क्या करे? कैसे समझाए उसे?
वह प्रतिदिन साँझ के धुँधले प्रकाश में आराधना के टाइमप्रतिदिन सीढ़ियों पर जा बैठता था। इसी तरह पुजारिन की राह देखते-देखते चार दिन बीत गए। वह न लौटी। धीरे-धीरे राजन का भ्रमएक विश्वास-सा बन गया कि वह स्वप्न था, जो उसने उस रात्रि में उन सीढ़ियों पर देखा था।
एक दिन संध्या के टाइमजब वह सीढ़ियों पर लेटा आकाश में बिखरे घन खंडों को देख रहा था तो आपस में मिलकर भांति-भांति की आकृतियां बनाते और दोबारा बिखर जाते थे, तो दोबारा उसके कानों में वही रुन-झुन सुनाई पड़ी। आहट हुई और स्वयं पुजारिन धीरे-धीरे पग रखती हुई सीढ़ियों पर चढ़ने लगी।
आज भी उसके हाथ में फूल थे। उसने तिरछी दृष्टि से राजन की ओर देखा और मुस्कुराती हुई मंदिर की ओर बढ़ गई।
वह सोचने लगा, ये तो भ्रम नहीं सत्य है।
यह जाँचकर वह ऐसा एहसास करने लगा, मानो उसने अपनी खोई संपत्ति पा ली हो और बेचैनी से उसके लौटने की इंतजार करने लगा। उसकी दृष्टि उपरि वाली सीढ़ी पर टिकी हुई थी और कान पायल की झंकार को सुनने को उतावले हो रहे थे। आज वह उसे अवश्य रोककर पूछेगा। परंतु क्या?
वह सोच रहा था कि उसके कानों में वह रुन-झुन गूँज उठी, पुजारिन राजन के समीप पहुँचते हीएक समय के लिए रुक गई।एक बार पलटकर देखा और दोबारा सीढ़ियाँ उतरने लगी। राजन की जिह्वा तालू से चिपक गई थी, परंतु जब उसनेइसे तरह जाते देखा तो बोल उठा, ‘सुनिए!’
वह रुक गई। राजन शीघ्रता से सीढ़ियाँ उतरते हुए उसके निकट जा पहुँचा। वह चुपचाप खड़ी राजन के मुख की ओर अचल नयनों से देख रही थी।
‘क्या तुम इधर आराधना के लिए प्रतिदिन आती हो?’
‘क्या तुम प्रतिदिन इधर बैठकर मेरी राह देखते हो?’
‘राह? नहीं तो, परंतु ये तुमने कैसे जाना?’
‘ठीक वैसे ही जिस तरह तुम ये जान गए कि मैं इधर प्रतिदिन आती हूँ।’
‘परंतु तुम तो चार दिन से इधर नहीं आयीं।’
‘तुम मेरी राह नहीं देखते तो ये सभी कैसे जान गए?’
‘प्रतिदिन इधर घूमने आता हूँ। कभी देखा नहीं तो सोचा कि तुमने पहुँचना छोड़ दिया और वह भी शायद मेरे कारण।’
‘भला वह क्यों?’
‘आँचल जो पकड़ लिया था।’
‘तुम समझते हो कि मैं डर गई।’ कहकर वह दबी हँसी हँसने लगी।
You are currently reading Rajsharma Sex Story on our website, desixxxstories.com. We regularly share and update similar sex stories
राजन उसे यूँ हँसते देख बोला-‘इसमें हँसने की क्या बात है? आखिर आराधना तो प्रतिदिन होती है।’
‘पूजा! वह तो मैं रोज करती हूँ, परंतु मेरा देवता तो मंदिरों को छोड़ अपनी भेंट मेरे घर पर स्वयं ग्रहण करने आते हैं। हाँ! कभी भूले से मैं घर पर न होऊँ और वह उदास लौट जाएँ तो मुझे इधर तक पहुँचना पड़ता है। समझे!’
राजन मौन खड़ा रहा। उसके कहे हुए शब्दों पर विचार कर रहा था। वह उन शब्दों का अर्थ भली तरह समझ भी न पाया था कि वह चल दी। राजन उसे रोकते हुए बोला-
‘क्या तुम्हारा नाम पूछ सकता हूँ?’
‘पार्वती।’
‘और मैं राजन।’
इतने में बादल कीएक गरज सुनाई दी। पार्वती नेएक बार आकाश की ओर देखा और दोबारा राजन की ओर देखकर बोली-
‘तो क्या तुम सारी रात इन्हीं सीढ़ियों पर लेटे ही बिता देते हो?’
‘जी।’
‘तुम्हारा कोई घर नहीं है?’
‘नहीं।’
‘तुम्हें जाड़ा नहीं लगता?’ आर्द्रकण्ठ से उसने पूछा।
‘जाड़ा? ये सामने पहाड़ों की चट्टानें देखती हो? ये भी युग-युगों सेबाहर् खुली हवा में खड़ी प्रकृति का सामना कर रही हैं। मनुष्य तो क्या कभी भगवान को भी इन पर दया नहीं आती।’
‘परंतु आप ये क्यों भूल जाते हैं कि वह शिलाएँ हैं, जो पत्थर की बनी हैं और दूसरी ओर माँस-मज्जा से बना हुआ मनुष्य है।’
‘मैं भी तो शिला से कम नहीं हूँ।’
‘केवल बदन को ही शिला बना लेने से काम नहीं चलता। दिल भी शिला के समान होना चाहिए।’
यह कहती-कहती पार्वती चली गई। वह ज्यादा टाइमतक बैठा हुआ सोचता रहा, ‘ठीक तो कहती है, यदि दिल शिला के समान न हो तो बदन शिला बनाने से क्या लाभ?’
बिजली चमकी। कई बार बादलों की गड़गड़ाहट सुनी। राजन ने देखा चारों ओर काली घटा घिरती आ रही थी। दूर-दूर तक कुछ दिखाई न देता था। चारों ओर सन्नाटा छाया हुआ था। घरों के झरोखों के अंदर जलते हुए दीयों का प्रकाश ये सूचना दे रहा था कि ‘सीतलवादी’ के लोग अभी सोए नहीं।
राजन ने सोचा कि आज की रात कुंदन के घर पर ही बिताई जाए। वायु की गति तीव्र होती जा रही थी। वह शीघ्रता से ‘वादी’ की ओर लपका। बादलों की गूँज पहाड़ियों से टकराकर गूँज उठती थी। नदी का जल वायु के थपेड़ों से उछल-उछलकर खिलवाड़ कर रहा था। राजन ने गाँव की ओर देखा। तूफान के डर से सभी झरोखे बंद हो चुके थे।
You are currently reading Rajsharma Sex Story on our website, desixxxstories.com. We regularly share and update similar sex stories
सीतलवादी में अंधेरा छा चुका था। उसी टाइमछींटे पड़ने लगे थे। मंदिर के दरवाजा अब तक खुले ही थे, शायद मंदिर के देवताओं कोइसे तूफान का कोई डर न था। वह शीघ्रता से लौटा और मंदिर की सीढ़ियाँ चढ़ने लगा, परंतु अभी उपरि पहुँचा भी न था कि पुजारी ने दरवाजा बंद कर लिए।
राजन ने आवाज लगाई, परइसे कोलाहल में वह उसके कानों तक ही रह गई। राजन मंदिर के बंद दरवाजा के संग चिपककर खड़ा हो गया। मंदिर की घंटियाँ स्वयं ही बज रही थीं। वर्षा के छींटे वायु की तेजी से उछलकर मंदिर की सीढ़ियों और बरामदे के बड़े पत्थरों को स्नान करा रहे थे, ताकि भगवान के घर के किसी कोने में धूल न रह जाए। ‘राजन, राजन’ कोई उसे पुकार रहा था। वह ये सोचकर आश्चर्य में पड़ गया किइसे तूफान में उसे खोजने वाला कौन है? कुंदन के सिवाय उसे जानता ही कौन था। राजन.।
उसका इधर क्या काम?एक बार दोबारा ‘राजन-राजन’ की पुकार सुनाई दी। जल्दी ही उसने किसी छाया को सीढ़ियों से उपरि आते देखा। राजन भागता हुआ उसके पास पहुँचा और चिल्लाया-
‘कौन हो तुम?’
‘क्या तुम ही राजन हो?’
बिजली की चमक में राजन ने देखा कि पूछने वालाएक अजनबी है, जिसे उसने आज से पहले कभी नहीं देखा था। वर्षा से बचाव के लिए उसके सिर परएक सन की थैली रखी थी। पहले तो राजन घबरा-सा गया, परंतु दोबारा संभलते हुए बोला-
‘हाँ, मैं ही राजन हूँ।’
‘तो चलिए हमारे साथ।’
‘कहाँ?’
‘ठाकुर बाबा बुला रहे हैं।’ और ‘सन’ कीएक थैली राजन को पकड़ा दी। राजन थैली सिर पर डालकर चुपचाप उसके संग हो लिया। सारे रास्ते वह यही सोच रहा था कि ठाकुर बाबा हैं कौन?
पहले तो राजन को घबराहट हुई, परंतु जब वह अजनबी गाँव में पहुँचा तो राजन को कुछ धीरज हुआ। थोड़ी देर में वे दोनोंएक पत्थर के बड़े घर के सामने आकर रुक गए। अजनबी से संकेत पाकर, उसने आँगन में प्रवेश किया। सामनेएक सफेद दाढ़ी वाला पुरुष उसकी इंतजार कर रहा था। राजन ने झुककर प्रणाम किया। उसने मुस्कुराते हुए पूछा, ‘क्या तुम्हीं राजन हो?’
‘जी, परंतु।’
‘चिंता की कोई बात नहीं, मैं हूँ ठाकुर बाबा। ‘सीतलवादी’ का बच्चा-बच्चा मुझे जानता है। क्या कोई परदेसी हो?’
‘यहाँ कंपनी में नौकर हूँ।’
‘तोइसे तरह तूफान में।’
‘अभी रहने का प्रबंध नहीं है।’
‘सराय जो है। ज्यादा कम दाम पर।’
‘परंतु मैं एकांत प्यारा हूँ। भीड़ में मेरी साँस घुटने लगती है।’
‘अच्छा तुम विश्राम करो। कपड़े भीग रहे हैं। रामू।’
उन्होंने आवाज दी और पहले मनुष्य ने अंदर प्रवेश किया।
‘देखो!एक धोती-कुर्ता इन्हें दे दो, पिछवाड़े का कमरा भी।’
You are currently reading Rajsharma Sex Story on our website, desixxxstories.com. We regularly share and update similar sex stories
Enjoy Horror ख़ौफ़ and many more rajSharma sex story on Desi Sex Stories.
59.7k 9.9k 0 6 hours agoHindi/urdu sex stories of बाली उमर का चस्का available on desixxxstories.com. Desi Sex Stories is most viewed by Indian sex story of rajSharma sex story.
52.6k 6.3k 0 1 week agoRead पहले सिस्टर दोबारा मम्मी on Desi Sex Stories. India sex story huge collection of Hindi/urdu rajSharma sex story.
184.3k 6.8k 0 12 hours agoRead छोटी सी भूल at Desi Sex Stories. India sex story #1 source for Hindi/urdu rajSharma sex story.
261.7k 8.9k 0 9 hours agoRead चुदाइ का दूसरा रूप in Hindi/urdu on desixxxstories.com. Find more rajSharma sex story stories on Desi Sex Stories.
127.2k 5k 0 7 hours agoRead rajSharma sex story stories! Read ओह माय फ़किंग गॉड (adultery special) on Desi Sex Stories - only at desixxxstories.com.
302.3k 6.4k 0 12 hours agoReading rajSharma sex story stories! सहेली की मम्मी बड़ी निकम्मी is available on desixxxstories.com - powered by Desi Sex Stories.
74.7k 8.2k 0 10 hours agoReading rajSharma sex story stories! रंगीला लाला और ठरकी सेवक is available on desixxxstories.com - powered by Desi Sex Stories.
761.9k 5.9k 0 6 hours agoRead incest sex story stories! Read Chawla Family kee story-Eroticism EXCLUSIVELY XFORUM (Full Story) (incest, adultery, romance special) with Gifs on Desi Sex Stories - only at desixxxstories.com.
10.7M 4k 179 2 weeks agoRead स्पेशल करवाचौथ (incest special) in Hindi/urdu only on desixxxstories.com. Enjoy top rajSharma sex story on Desi Sex Stories.
673.9k 8.8k 0 3 days agoरानी मेरे मित्र की सेक्सी पत्नी in hindi on desixxxstories.com. Enjoy the best sex stories in hindi with gif rajSharma sex story stories on Desi Sex Stories.
29.7k 2.4k 0 18 hours agoतड़पति जवानी in hindi on desixxxstories.com. Enjoy the best sex stories in hindi with gif rajSharma sex story stories on Desi Sex Stories.
239.7k 1.2k 0 13 hours agoRead अद्भुत इंतकाम रुबीना का full story at desixxxstories.com. Most Popular India sex stories in hindi rajSharma sex story.
99.7k 6.8k 0 1 week agoHot rajSharma sex story story: यकीन करना मुश्किल है. Read full hindi sex stories with images on desixxxstories.com.
404k 7.3k 0 12 hours agoअंजानी डगर - Hindi/urdu rajSharma sex story only on Desi Sex Stories. Visit desixxxstories.com.
164.7k 4.7k 0 1 day agoRead पापा से शादी और हनीमून and explore thousands of rajSharma sex story stories on Desi Sex Stories. Visit desixxxstories.com today.
468.3k 5.1k 0 1 week agoRead rajSharma sex story stories! Read लंड के कारनामे - फॅमिली सागा (incest special) on Desi Sex Stories - only at desixxxstories.com.
608.5k 3.1k 0 2 days agoincest - माँ. एक अधूरी ख्वाहिश is read today on Desi Sex Stories. Best website for Indian rajSharma sex story!
1.5M 9k 0 3 days agoReading rajSharma sex story stories! Thriller Hindi novel अलफांसे की शादी is available on desixxxstories.com - powered by Desi Sex Stories.
41k 7.3k 0 1 day agoBest rajSharma sex story sex story: Dhokha(Ek stri kee Dastaan). Daily updated hindi sex stories collection on Desi Sex Stories.
18.4k 7.9k 0 2 days agoEnjoyed it? Please Give it a rating!
Welcome to desixxxstories.com - a place where you'll find a huge collection of Indian Desi sex stories in Hindi and Urdu, along with hot GIF pics. Whether you're into romantic mom son fantacy, wild sex stories, or real incest stories. We keep regular updates, so you'll always find new sex stories to enjoy. Desi Sex Stories is the grate source of all type incest stories to read without any interruptions.
Copyright © Desi XXX Stories com.
The content available on Desi XXX Stories may contain pornographic materials.
Desi XXX Stories is strictly limited to those over 18 or of legal age in your jurisdiction, whichever is greater.
One of our core goals is to help parents restrict access to Desi XXX Stories for minors, so we have ensured that Desi XXX Stories is, and remains, fully compliant with the RTA (Restricted to Adults) code. This means that all access to the site can be blocked by simple parental control tools.
To enter Desi XXX Stories you must be 18 or older