अपडेट १
8 महीने पहले मेरे एग्जाम्स चल रहे थे.
मेरा पहला एग्जाम आया और चला गया. ऐसे ही दूसरा एग्जाम आया, हम एग्ज़ॅमिनेशन हॉल में बैठे थे की थोड़ी देर मेंएक टीचर आई, उसकी ड्यूटी थी, बस उसको देखते ही मेरी नज़र आन्सर शीट से हटकर उसके उपर ही लगी रही, मैं इधर उधर देखने के बहाने उसको देखता रहता था. उसकी हाइट 5.6 इंच, हैल्थी थी, बूब्स मोटे मोटे थे और जब किसी से बात करते हुए हँसी थी तो ऐसा लगता था की बोल रही हो- "प्लीज़ मुझे चोदो ना" वो ना तो ज्यादा सुंदर थी और ना ही ज्यादा सेक्सी बस एकदम मस्त माल था.
उसकी वजह से मेरी एग्जाम मैं लिखने की स्पीड भी स्लो हो गयी. उसे हमारी आन्सर शीट साइन करनी होती थी जब भी हू मेरे संग वाली बेंच पर झुक कर किसी और की शीट साइन कर रही होती थी तो मैं उसके मोटे मोटे हिप्स को तिरछी निगाहों से देखता रहता था जिससे कोई और ना देख ले ओरजब वो मेरे बेंच पर आती तो मैं उसके बूब्स पर नज़र रखता था, उसकी बूब्स की लाइन सूट मैं से एकदम चूत की लाइन जैसे लगती थी. उसे देखते देखते मेरा 2, 3, 4th एग्जाम भी चले गये. फिफ्थ एग्जाम तक तो मैं उसे एग्जाम रूम मैं बैठे बैठे कई बार सपनों मैं चोद चुका था.
सबसे ज़्यादा मुझे उसकी चुचियाँ, हिप्स और स्माइलपस्न्द आई बस मन करता था की उन्ही को देखता रहूं और मौका लगे तो खा जाऊं . खैर हुमारा 5th एग्जाम चल रहा था और सभी एग्जाम रूम मैं बैठे अपनी आन्सर शीट्स भर रहे थे और मैं भी, मैं बीच बीच मैं सिर उठा कर उसको देख लेता. वो चेयर पर अपने दोनो हाथ अपने बूब्स के नीचे रख कर बैठी थी जैसे कमर से रस्सी कस लेते हैं जिससे उसके बूब्स उसके हाथों पर आराम से बैठे थे. मैने उसे कई बार देखा, थोड़ी देर पश्चात मैं सिर उठा कर कहीं और देखने लगा और मैं उसे देखने ही लगा था की मैने उसे देखा वो मुझे देख रही है और हंसते हुए इशारा कर रही है की – “लिख लो”. थोड़ी देर पश्चात हू सबकी शीट्स साइन करते हुए मेरी पास आई और धीरे-धीरे से हंसते हुए बोली की - “लिख भी लिया करो कुछ बस इधर उधर ही देखते रहते हो”, मैने तो कुछ एक्सपेक्ट भी नहीं किया था की वो मुझसे कुछ बोलेगी मैं तो बस सांत्वे आसमान पर पहुँच गया जब उसके प्यारे से होंठों को हिलते हुए देखा और वो कातिल स्माइल.
अगर वो कुछ और देर बोलती तो उसके होंठ अपने होंठ से पकड़ लेता,
मैं कुछ बोल ही नहीं पाया और वो चली गयी. मैं उस दिन पूरे एग्जाम मैं मुस्कुराता रहा. दोबारा हमारा लास्ट 6th एग्जाम
बचा था, मैं वोही सभी दोहराता रहा जो मैं पिछले 5 एग्जाम से कर रहा था. वो मेरी पास वाली रो मैं राउण्ड लगा रही थी आगे - पीछे, मैं निगाहें उँची कर कर के उसको देख रहा, वो घूमी और उसके निगाहें मेरे से टकराई और वो मुस्कुरा दी और मैं भी अंजान बन कर मुस्कुरा दिया.
मेरा आज मन कर रहा था की इससे बात करूँ और इसका नंबर माँग लूँ अब चाहे जो हो. लास्ट एग्जाम ही है ज़्यादा से ज़्यादा क्या कर लेगी एग्जाम कॅन्सल कर देगी गुस्से मैं आकर और क्या होगा नेक्स्ट इयर दे दूँगा दोबारा से एग्जामएक ही तो है
( सच मैं दोस्तों ये ठरक इंसान को कुछ भी करने पर मजबूर कर देती है) पर प्रश्न ये था की उसका नंबर कब और कैसे माँगूँ. मैने पहले कभी ऐसा नहीं करा था मैं तो बस शरीफ़ सा सेक्स स्टोरी पड़ने वाला और BF देखने वाला लड़का था जिसने आज तक रियल मैं चूत नहीं देखी थी तो उससे नंबर कैसे माँगता और क्या कह कर माँगता मेरी यही सोच कर फट रही थी,
तभी मैने सोचा की क्यूँ ना इससे एग्ज़ॅम रूम मैं ही नंबर मांग लेता हूँ शायद ये वहाँ कुछ ना बोले क्यूंकी सभी होते हैं तो कम से कम उसके गुस्से से तो बचा रहूँगा और हाँ यदि भड़क गयी तो बस मैं गया पर दोबारा वोही प्रश्न की कैसे?????????? थोड़ी देर पश्चात हू मेरे डेस्क पर आई साइन करने और मुझे बोली – “ बस देखते रहते हो लिख भी लिया करो कुछ शैतान” मैं हंस दिया कुछ नहीं बोला और जल्दी से क्वेस्चन पेपर कोएक साइड से मोड़ा और उस पर “नंबर ” लिख दिया. उसने पहले मुझे 2 सेकेंड देखा की ये मैने क्यूँ लिखा है देन उसने क्वेस्चन पेपर पर जल्दी से अपना नंबर लिख दिया और मेरी आन्सर शीट पर साइन कर के चली गयी.
उसका नंबर अपने क्वेस्चन पेपर पर देख कर तो मेरे होश ही उड़ गये ऐसा लगा की जैसे बस वो मेरे सामने नंगी पड़ी है और बोल रही की प्लीज़ “ विशाल चोदो ना मुझे जान, अपनी वर्जिनिटी मुझे दे दो ”. बस उसका नंबर लेते ही मेरे मन मैं ये हुआ की बस जल्दी से एग्ज़ॅम ख़तम हो और मैं उससे फोन पर बात करूँ क्यूंकी वहाँ सबके सामने मैं बात नहीं कर सकता था. उस दिन मै अपने फ्रेंड्स से क्वेस्चन पेपर डिसकस करे बिना ही घर चला गया. और शाम होने का वेट करता रहा क्यूंकी वो दिन मैं कॉलेज मैं ही होती थी वो टीचर जो थी वहाँ. दोबारा शाम को 7 बजे मैने डरते हुए उसका नंबर डायल किया .
टेलिफोनिक कॉन्वर्सेशन:
मे: हेलो, गुड ईव्निंग मेम
शी: हूइसे दिस ?
मे: मेम आपने नहीं पहचाना?
शी: सॉरी नहीं पहचाना, कैन यू प्लीस टेल में हु आर यु ?
मे: मेम . मैं शैतान
शी: (थोडा सोच कर) ओह. हहेहेहहेहेहेहेः. तो तुम हो मिस्टर.
मे: (हंसते हुए) येस मेम . मैं हूँ.
शी: तो मिस्टर. कैसे हुए एग्जाम ? अच्छे तो नहीं हुए होंगे कुछ लिखते ही नहीं तुम बस इधर उधर ही देखते रहते हो हर टाइम.
मे: नो मेम ऐसी बात नहीं है,लिखता भी हूँ हाँ बस लिखते लिखते बोर हो जाता हूँ तो बीच मैं सबको देख लेता हूँ की सभी क्या कर रहे हैं.
शी: ओह, तो मिस्टर. बोर हो जाते हैं एग्जाम करते करते, इन्हे हर वक़्त एंटरटेनमेंट चाहिए, हैं
मे: येस मेम .
शी: और तुम्हे नंबर लेने के लिए वही टाइम और स्थान मिली थी?
मे: सॉरी मेम
शी: अरे बाबा पूछ रही हूँ, गुस्सा नहीं हूँ
मे: ओके मेम , एक्चुअली मेम पश्चात में पता नहीं होता आप दिखती नहीं है सो मैने सोचा की रिस्क क्यूँ लूँ
शी: ओह, पर मेरा नंबर तुम्हे किसलिए चाहिए था?
मे: मेम आपसे बात करने का मन था इसीलिए.
शी: मुझसे? क्यूँ भाई मैने क्या करा है?
मे: मेम , बस मेरा मन करा तो ले लिया, यदि आपको बात नहीं करनी तो इट्स ओक (सेड टोन)
शी: अरे भोंदू मेरे कहने का ये मतलब थोड़ी ना था , बस ऐसे ही पूछ लिया तुम तो बुरा ही मान गये,भोंदू होएक नंबर के .
मे: ( हंसते हुए) ओके मेम थॅंक्स, मेम जस्ट वांटेड टू बी युवर फ्रेंड
शी: ओह, बिलकुल. डियर, यूर नेमइसे विशाल ना?
मे: येस मेम , म म मेम मैं आआपका नाम जान सकता हूँ प्लीज़? सिग्नेचर मैं समझ नहीं आया था.
शी: (हंसते हुए) या श्योर.अंशिका गर्ग.
मे: नाइस नेम अंशिका मेम
आंशिका: थॅंक्स डियर.
आंशिका: अछा सुनो आई हॅव टू वर्क नाउ थोड़ी देर पश्चात बात करते हैं, ओक?
मे: यॅ श्योर मेम एज यू से
अंशिका : थॅंक्स डियर
मे: मेन्षन नोट मेम , वी आर फ्रेंड्स आफ्टर ऑल
अंशिका : या !
मे: मेम , शुड आई कॉल यूं लेटर ओर ओन्ली टुमॉरो,
अंशिका : (सोच कर) म्म्म्मम चलो मैं मेसेज कर दूँगी तब कॉल कर लेना ओके
मे: ओके मेम .
अंशिका : ओके बाइ फॉर नाउ. BYएईई
मे: बाइ मेम .
बस उसके फोन रखते ही मेरा मन तो सातवें आसमान पर पहुँच गया , लगा की जन्नत मिल गयी मुझे, कभी किसी लड़की को फ्रेंड बना कर इतनी खुशी नहीं हुई जितनी आज उसे बनाकर हुई थी, तभी मुझे महसूस हुआ की कहीं दर्द हो रहा है, नीचे देखा तो मेरी जीन्स मैं लोड़ाएक दम सीधा खड़ा था और जीन्स टाइट होने की वजह से उसके हेड में पेन हो रहा था. मैंने जल्दी से कपड़े बदले कंप्यूटर ओन करा और नेट से स्टोरीस और बी ऍफ़ देखने लगा और उस दिन मैने 3 बार लगातार मूठ मारी.
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अपडेट २
उसने दोबारा मुझे रात को 9 बजे मेसेज करा – “ या आई एम् फ्री नाउ, तुम फोन कर सकते हो. ”
मैंने फोन किया.
मे : हेलो मेम
अंशिका : या हेलो डियर !
अंशिका : खाना खा लिया?
मे: नहीं
अंशिका : क्यूँ? कब खाओगे?
मे : अभी मन नहीं है, आपने खा लिया?
आंशिका: हाँ बना भी लिया और खा भी लिया
मे: ओक, तो आप खाना भी बना लेती हैं….
आंशिका: क्या मतलब?
मे : मुझे लगा की बस स्टूडेंट्स को डांटना ही आता है.
आंशिका: नहीं ऐसी बात नहीं है, स्टूडेंट्स को कौन डांटना चाहता है बस कुछ शैतान स्टूडेंट्स होते हैं
मे : ह्म्*म्म्मममममम, शैतान स्टूडेंट्स को डांट कहाँपस्न्द है मेम , हहेहहहे
आंशिका: हहेहहे, ह्म ये तो है, और ये मेम मेम क्या लगा रखा है कभी तो फ्रेंड बोलते हो और दोबारा मेम भी बोलते हो, डिसाइड कर लो की स्टूडेंट बनना है या फ्रेंड?
मे: जो आपको ठीक लगे मेर्को तो बस आपसे बातें करनी है
आंशिका: ओह, मिस्टर. बतुनी, नाओ जस्ट कॉल मे आंशिका, ओक? वी आर जस्ट फ्रेंड्स
मे: (खुश होते हुए) ओके आंशिका
बस दोबारा हम तू तड़क पर आगये और हमारी दोस्ती ने नया मोड़ लिया
आंशिका: और बता क्या करेगा अब हॉलिडेज़ मैं अब?
मे: कुछ नहीं यार, देखता हूँ
आंशिका: घूमने वूमने नहीं जा रहा कहीं दोस्तों के साथ?
मे: हाँ, देखूँगा कोई प्लान बना तो
मे: तुम बताओ, कॉलेज कब तक जाना है?
आंशिका: आई एम् टीचर. स्टूडेंट्स तो हैं नहीं जो की हूमें हॉलिडेज़ मिलेंगी इतनी, हूमें तो जाना ही है
मे: ओके.सो सेड .
आंशिका: डियरइसे सेड्नेस की सेलरी मिलती है
मे: कितनी मिलती है?
आंशिका: आई गेट 22k पर मंथ
मे: नाइस यार
आंशिका: थॅंक्स
आंशिका: तुम्हारे घर मैं कौन कौन है?
मे: मैं और मेरी तन्हाई, हहहे
आंशिका: मज़ाक मत करो बताओ
मे: हहेहहेः, मैं और मेरे मोम डेड , नो सिब्लिंग्स
अँहसिका: ओक अलोन चाइल्ड
मे: और तुम्हारे घर मैं?
आंशिका: मैं और मेरी छोटी सिस.एंड मोम डेड एंड ग्रॅंडमदर.
मे: ओक, नाइस
मेरा तो मान खुश हो गया साली की छोटी बहन भी है, यदि इसकी मिल गयी तो शायद उसकी भी मिल जाए,फिर मैने उसकी छोटी सिस के बारे मैं पूछा
मे: तुम्हारी छोटी सिस क्या करती है,
आंशिका : उसने अभी 12th पास करी है
मे: ओक, सो तुम्हारी तरह टीचर बनना है उसे भी क्या?
आंशिका: नो , उसे नहींपस्न्द टीचिंग जॉब, उसके पास साइन्स साइड है तो उसी मैं कुछ करेगी
मे: गुड, क्या नाम है आपकी छोटी सिस का
आंशिका: कनिष्का
मे: आपके मोम डेड की दाद देनी होगी , चुनकर नाम रखे हैं दोनो बेटियों के, आंशिका एंड कनिष्का, उनके दो उनमोल रतन न
आंशिका: हहेहहेहेहेः, थॅंक्स, सो स्वीट ऑफ यू
मे: मेन्षन नोट
आंशिका: सोते कब हो?
मे: क्यूँ नींद आ रही है क्या?
आंशिका: नहीं पूछ रही हूँ
मे : देर से ही सोता हूँ और अब तोएक नया मित्र मिल गया है तो शायद और देर से सोउन.
आंशिका: ह्म्*म्म्मम, क्यूँ सिर्फ़ मैं ही हूँ क्या मित्र और कोई नहीं है? तुम्हारी गर्ल फ्रेंड तुम्हे फोन नहीं करती
मे: GF? उसके पास मेरा नंबर नहीं है और मेरे पास उसका
आंशिका: हैं??????? ये कैसे जीएफ बीएफ हो तुम? बात कैसे करते हो तुम लोग
मे: अरे है ही नहीं मेरी कोई जीएफ
आंशिका: हे भगवान, तो सीधे सीधे नहीं बोल सकते. वैसे लगता नहीं की तुम्हारी कोई जीएफ ही नहीं है.
मे: क्यूँ मैं क्या सलमान ख़ान हूँ?
आंशिका: नहीं दोबारा भी ऐसे ह, चलो तुम कहते हो तो मान लेती हूँ, मित्र से झूठ थोड़ी ना बोलॉगे, राईट ?
मे: येस मेम
आंशिका: दोबारा मेम ? मैं बात नहीं करूँगी अब
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अपडेट ३
मे: अरे वो वाला मेम नहीं बोला, ये तो ऐसे ही
आंशिका: ओके दोबारा सही है
मे: आपका बीएफ आपसे फोन पर बात नहीं करता
आंशिका: नहीं यार, मैं भी तुम्हारी तरह तन्हा हूँ
मे: (फ्लर्ट करते हुए) ह्म तुम भी तन्हा मैं भी तन्हा, चलो अपनी तन्हाइयों को ख़त्म करते हैं और जीएफ बीएफ बन जाते हैं
आंशिका: हाँ क्यूँ नहीं, अपनी मों को तुमहरे इधर भेज देती हूँ शादी की बात भी कर लेंगी
मे: अरे आप अपनी मों को क्यूँ तकलीफ़ दे रही हो मैं अपनी मों को भेज देता हूँ, हेहहेहेहहे
आंशिका: चुप रहो तुम, ज्यादा उछलते हो तुम, अभी से शादी करने की पड़ी है, क्या करोगे इतनी सी उमर मैं शादी करके हैं?
मे: क्या करते हैं सभी शादी करके? वोही करूँगा और मैने तो बस जीएफ बीएफ की बात करी थी तुमने ही शादी की बात करी सो यू आर डेस्परेट.
आंशिका: हाँ तो .आई एम् 27 इयर ओल्ड और डेस्परेट भी ना हूँ अब, तो कब हूँगी
(चलो साली की एज भी पता चल गयी धीरे-धीरे धीरे इसकी फिगर, ब्रा साइज़ और पेंटी की साइज़ भी पता लगाने हैं)
मे: तुम्हे झूठ बोलते हुए शरम नहीं आती?
आंशिका: मैने क्या झूठ बोला?
मे: यही की यू आर २७ इयर ओल्ड .यू मस्त बी अराउंड 22
आंशिका: पागल हो क्या, आई एम् 27, अपना बर्थ सर्टिफिकेट दिखाऊ क्या?
मे: नहीं रहने दो
आंशिका: तुम्हे मैं 22 की क्यूँ लगी?
मे: बस लगी
आंशिका: नो बताओ, मुझे भी सुन्नी है अपनी तारीफ़
मे: अरे बाबा अब इसमें क्या बताऊँ , लगी तो लगी
आंशिका: (गुस्से से) ठीक है बाइ, गुड नाइट
मे: अरे यार ऐसा क्या हो गो गया
आंशिका: कुछ नहीं हुआ, तुम नखरे कर लो
मे: हे भगवान, आंशिका मेम को इतना गुस्सा आता है मुझे नहीं पता था
आंशिका: हाँ आता है,
मे: अछा अब तुम ही बताओ कैसे एक्सप्लेन करूँ?
आंशिका: तुम्हे पता होगा, तुम मैं 22 की क्यूँ लगी
मे: (सोच ही रहा था बोलने के लिए की क्या बोलूं तभी पीछे से आवाज़ आई)
दीदीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई, कब से बोल रही हूँ, बालों मैं आयिल कब लगावगी?
आंशिका: आ रही हूँ कन
आंशिका: सॉरी यार, वो कनिष्का के बालों मैं आयिल लगाना है, तुमसे कल बात करती हूँ ओक, सॉरी हाँ डोंट माइंड
मे: (टूटे दिल से) कोई नहीं, गो. डू आयिलिंग
आंशिका: और हाँ भूल मत जाना कल पूछूंगी यही बात की वाइ आई वाज़ लुकिंग ऑफ 22 टू यू
मे : ओक डियर,
आंशिका: ओके गुड नाइट,
मे: या गुड नाइट फ्रेंड
साली की छोटी सिस ने सारी बात की मम्मी बहन चोद दी , बालों मैं तेल लगवाना था उसे, मन कर रहा था अपना लेस मल दूं उसके बालों मैं, खैर कोई बात नहीं अभी तो और रातें है बात करने के लिए.
अब मेरा मोटिव था की इससे ओपन कैसे हूँ, मैने सोचा क्यूँ ना इसे इसी प्रश्न का जवाब देने मैं ओपन होने की ट्राइ करूँ, सो मैने सोच लिया की कैसे ट्राइ करूँगा ओपन होने के लिए.
थोड़ी देर पश्चात उसका मेसेज आया – “गुड नाइट, सो जाना टाइम से और हाँ भूलना मत बात को कल भी पूछूंगी”
मैने रिप्लाइ करा – ओके डियर, नहीं भूलूंगा चलो गुड नाइट, कल कॉलेज जाना है?
आंशिका रिप्लाइ – हाँ जाना है फ्रॉम 8 ऍम टू 2 पीयेम
मेरा रिप्लाइ – तो बात नहीं हो पाएगी उस बीच?
अंशी”स रिप्लाइ – मुश्किल है, मेसेज से बात करलेंगे ओक
मेरा रिप्लाइ – ओक, गुड नाइट
लोड़ा तो मेरा हमेशा की तरह तना ही हुआ था तो बस खोल ली सेक्स स्टोरीस साइट्स और बीएफ और आंशिका और उसकी छोटी बहन कनिष्का को उन पोर्न स्टार मैं देखता रहा.
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