काली घटा - गुलशन नन्दा Kali Ghata By Gulshan Nanda

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By So_Bad_Girl
Oct 25, 2025 . 💬 0 rajSharma Hindi
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काली घटा/ गुलशन नन्दा

ड्योढ़ी के फाटक पर जैसे ही घोड़े के टापों की आवाज़ सुनाई दी, माधुरी ने खिड़की खोलकर नीचे झाँका । उसके पति आज जल्दी लौट आये थे। वह झट कमरे के बिखरे सामान को ढंग से सजाकर उसके स्वागत के लिये नीचे प्रा गई।

सूर्यास्त हो चुका था और अंधेरा धीरे-धीरे फैल रहा था । माधुरी ने अपनी दासी गंगा को लैम्प जलाने को कहा और स्वयं नीचे आँगन में आ खड़ी हुई । वासुदेव ने अपने कंधे से बन्दूक उतारकर नौकर के हाथ में दी और सामने खड़ी माधुरी को दे... Continue reading

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काली घटा/ गुलशन नन्दा ड्योढ़ी के फाटक पर जैसे ही घोड़े के टापों की आवाज़ सुनाई दी, माधुरी ने खिड़की खोलकर नीचे झाँका । उसके पति आज जल्दी लौट आये थे। वह झट कमरे के बिखरे सामान को ढंग से सजाकर उसके स्वागत के लिये नीचे प्रा गई। सूर्यास्त हो चुका था और अंधेरा धीरे-धीरे फैल रहा था । माधुरी ने अपनी दासी...

उनके ब्याह को करीब तीन वर्ष हो चुके थे और बह अभी तक भली तरह उसके मन की थाह न पा सकी थी। घर में और कोई भी न था जिससे वह दो घड़ी मन की बात कह लेती, दिन-रात मन को दबाये पड़ी रहती थी उसमें किस बात का अभाव था ? वह युवती थी, सुन्दर थी, शिक्षित थी. 'कुलीन परिवार से आई थी और उसके पिता के यहाँ. पैसे की कमी भ...

वासुदेव निरुत्तर हो गया। दोनों छिटकी हुई दूधिया चाँदनी में, झील के किनारे टहल रहे थे । झील का स्थिर जल चाँदनी में शीशे की चादर प्रतीत हो रहा था। उनके जिंदगी के कितने दिन और कितनी रातेंइसे झील के संग सम्बन्धित थीं, लेकिन उसे ऐसा प्रतीत होता था मानों वह टाइमस्वप्न में ही व्यतीत हो गया हो । वह अाज भी व...

"वह कौन सी ऐसी बात है जो कि आप मुझ से नहीं कह सकते ?" "समय आने पर कह दूंगा,"-वह ये कहकर उठा और झील के किनारे टहलने लगा। माधुरी भी उसके साथ-साथ पांच से पाँव मिलाकर बढ़ने लगी। वह सोचने लगी- उसके पति का मन भीइसे झील के समान गहरा है कि यत्न करने पर भी वह उसकी थाह नहीं पा सकती। ___ बासुदेव अपने में खोया...

नीचे कुछ हंगामा हुआ"नौकरों की भाग-दौड़ हुई और गंगा भागी भागी भीतर आई। उसने स्वामी के आने की सूचना दे दी। माधुरी के कान तब से उधर ही लगे थे। वह आने वालों की पद-चाप सुनने लगी। गोल कमरे केबाहर् से स्वर सुन पड़ा, "गंगा ! माधुरी कहाँ है ?" वह चौंककर संभली । वह संग वाले कमरे में पहुँच चुके थे । वह कुछ फैस...

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